भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस नही चाहती थी कि नकल प्रकरण मे युवाओं की इच्छा को तरजीह मिले, जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राजनीति के उच्च मानदंडों का पालन करते हुए आंदोलरत छात्रों के बीच गए और उनकी मांगों को विनम्रता से सुनकर सीबीआई जांच की संतुति की। मामले मे धामी सरकार पहले ही एसआईटी जांच की रिपोर्ट पर परीक्षा रद्द करने का आश्वासन दिया और अब यह मांग भी पूरी हो गयी है। चौहान ने कहा कि आंदोलनरत बेरोजगारों की मांग पर लिये गए निर्णय को कांग्रेस पचा नही पा रही है। युवाओं के आंदोलन और सीबीआई जांच के निर्देश पर भी कांग्रेस श्रेय लेने की राजनीति से कांग्रेस पीछे नही रही। कांग्रेस इसे अपना दबाव बताती रही, लेकिन धामी सरकार ने पारदर्शिता तथा युवा हित को तरजीह दी।
चौहान ने कहा कि पहले कांग्रेस सीबीआई जांच पर सवाल उठाती रही और जब निर्देश हुए तो फिर परीक्षा स्थगित होने को लेकर सवाल उठाती रही। अब कांग्रेस आरोपों के साथ मैदान मे उतरी है। लेकिन न उसके सीएम आवास कूच की नौटंकी और न ही नकल मामले मे जनता को उस पर भरोसा है।
चौहान ने कहा कि राज्य मे भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम पुष्कर सिंह धामी की मुहिम ऐतिहासिक है। परीक्षाओं मे किस तरह से नकल माफिया सक्रिय होता है जिसे नेस्तानाबूत किया गया। 200 से अधिक लोगो को जेल भेजा गया और नकल माफिया के सिंडिकेट को तोड़ा गया। कड़ा नकल विरोधी कानून लाया गया और अब माफिया आसानी से युवाओं के हित पर चोट नही पहुंचा सकता है। उन्होंने कांग्रेस के अभियान के दावे को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि कांग्रेस को जनता का समर्थन नही है। क्योंकि कई बार वह पिछले दरवाजे से नियुक्त लोगों के साथ दिखी। कांग्रेस दुविधा मे है और जनता को उस पर भरोसा नही है।