भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के हस्ताक्षर अभियान पर तंज करते हुए इसे चोर मचाए शोर की अभिव्यक्ति बताया है। भाजपा का कहना है कि जनता कांग्रेस के ऐसे राजनीतिक पाखंड से अच्छी तरह वाकिफ है, लिहाजा जनता कांग्रेस को वोट चोरी का दोषी पाते हुए पहले लगातार दो बार गद्दी छोड़ने की सजा सुना चुकी है।
वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और राजपुर विधायक खजान दास ने कांग्रेस के अभियान को पूरी तरह फ्लॉप और राजनीतिक शोशेबाजी बताया। उन्होंने कहा कि देश में वोट चोरी का यदि कोई सबसे बड़ी गुनहगार है तो वह कांग्रेस पार्टी है। साथ ही उन्होंने कहा कि आजादी से पहले से ही अपनी पार्टी के अंदर का लोकतंत्र हो या बाहर का, हमेशा कांग्रेस ने सक्षम और योग्य नेतृत्वकर्ताओं के हक पर डाका डाला। सबसे पहले कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के लिए पंडित नेहरू ने सरदार पटेल को मिले वोटों की चोरी की और उससे कांग्रेस के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष और फिर उसी अधिकार से देश के पहले प्रधानमंत्री बने।
उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर संसद में पिछड़ों की आवाज न बने इसके लिए तमाम षड्यंत्र कर उन्हें हराया गया और इंदिरा गांधी ने तो देश पर आपातकाल थोप कर लोकतांत्रिक अधिकारों पर डाका डालने का काम किया था। देश गवाह है कि इनके 60 सालों के शासन में खुलेआम बूथ कैपचरिंग से ही चुनाव जीते गए।
उन्होंने कांग्रेस को आइना दिखाते हुए कहा कि जब से चुनाव प्रणाली में सुधार हुआ तब से कांग्रेस पार्टी का जीतना लगभग असंभव हो गया है। लाख प्रयासों के बाद भी लगातार तीसरी बार केंद्र में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। यही वजह है कि हताश निराश कांग्रेस ‘नाच न आए आंगन टेढ़ा’ की तर्ज पर पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ही खराब बता रही है। लेकिन देश की तरह प्रदेश की जनता भी बेहद समझदार और जागरूक है, वह किसी भी तरह इनके ड्रामे से प्रभावित नहीं हो रही है। अन्य अभियानों की तरह कांग्रेस पार्टी का यह अभियान भी जन सहभागिता की दृष्टि से पूरी तरह शून्य रहा।
वही उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि इस अभियान में कांग्रेस की स्थिति चोर मचाए शोर जैसी बन गई है क्योंकि जनता को मालूम है कि जो वोट चोर है उसे गद्दी छोड़ने की सजा 2017 और 22 में चुनावों में दी जा चुकी है।