प्रदेश में इस बार वर्षाकाल ने सड़कों को गहरे जख्म दिए हैं। सड़कें जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो रखी हैं। यहां तक की सड़कों को सुरक्षित करने वाले संकेतक, रिफ्लेक्टर व क्रैश बैरियर भी टूट गए हैं। इससे सड़कों पर सफर खतरनाक हो गया है।
इसे देखते हुए अब परिवहन विभाग सड़कों को सुरक्षित करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इसके लिए सड़क सुरक्षा निधि का उपयोग से सड़कों को सुरक्षित बनाने की तैयारी चल रही है।
प्रदेश में इस वर्ष आपदा ने सड़कों को काफी नुकसान पहुंचाया है। सड़कें पर्वतीय क्षेत्रों की लाइफलाइन हैं। कारण यह कि सड़कें ही यहां आवागमन का प्रमुख साधन हैं। सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से यहां का जनजीवन सीधा प्रभावित होता है। ऐसे में सड़कों को दुरुस्त रखना सरकार एवं संबंधित विभागों की प्राथमिकता है। अब मानसून समाप्त हो चुका है।